Aaj Ka Panchang 6 February 2025: आज 06 फरवरी 2025 माघ माह का 24वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। वहीं आज गुरुवार का दिन है। इस तिथि पर ब्रह्मा योग और रवि योग का संयोग बन रहा है। वहीं आज चंद्रमा वृषभ राशि में ही मौजूद हैं। आपको बता दें, आज गुरुवार के दिन अभिजीत मुहूर्त है। जो दोपहर 12 बजकर 10 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक है। इस दिन राहुकाल दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 15 मिनट तक है।
आज तिथि के हिसाब से आप गुरुवार का व्रत रख सकते हैं। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, 6 फरवरी 2025 को सूर्य और शनि ग्रहों की युति से इसका प्रभाव कुछ राशियों पर देखने को मिलेगा।
6 फरवरी को रवि और ब्रह्म योग का दिव्य संयोग है। इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर करते हुए शुभ योग बना रहे हैं। इस शुभ योग में आपकी सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है। आपके काम धीरे-धीरे बनने लग जाएंगे। आज 6 फरवरी को माघ मास की गुप्त नवरात्रि का समापन है। इतना ही नहीं आज गुरुवार का दिन है। जो भगवान विष्णु को समर्पित है। इसलिए आप आज के दिन पीले वस्त्र पहनें और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करें। भगवान को पीले मिठाई का भोग लगाएं और आज के दिन पीले रंग की चीजों का दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है।
आज माघ शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। आज ब्रह्म योग है, जो कि शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है। आज कृत्तिका नक्षत्र है, जो कि अग्नि तत्व का नक्षत्र है। यह नक्षत्र शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है। आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें। आज के दिन शुभ कार्य करें। आज गुरुवार के दिन दिशाशूल दक्षिण दिशा में लग रहा है। इसलिए इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। आज कुल मिलाकर दिन आपके लिए मिलाजुला रहेगा। आज आपको कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आज आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
मार्च का महीना हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन और चैत्र महीने में बंटा होता है। इस महीने में प्रकृति अपने रंग-बिरंगे रूप में नज़र आती है। वसंत ऋतु की शुरुआत होती है और प्रकृति नए जीवन से भर जाती है।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। वहीं आज गुरुवार का दिन है। इस तिथि पर शतभिषा नक्षत्र और ध्रुव योग का संयोग बन रहा है।
सनातन धर्म के पूज्यनीय ग्रंथ रामचरितमानस में शबरी की तपस्या और भगवान श्रीराम के प्रति निष्ठा भाव को दर्शाया गया है। रामचरितमानस में माता शबरी भगवान श्रीराम की अनन्य भक्तों में से एक खास भक्त थीं।
नवरात्रि की शुरुआत सितंबर माह से ही हो जाएगी। विजयादशमी के दिन भगवान राम ने लंका के राजा रावण का वध किया था। इसी कारण से इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई।