Logo

9 May 2025 Panchang (9 मई 2025 का पंचांग)

9 May 2025 Panchang (9 मई 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 9 मई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 9 May 2025: आज 09 मई 2025 वैशाख माह का सत्ताईसवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष तिथि द्वादशी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर वज्र योग रहेगा। वहीं चंद्रमा कन्या राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज शुक्रवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 10 बजकर 37 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। आज मोहिनी एकादशी का पारण किया जाएगा। इसके अलावा आज टैगोर जयंती है, जो बंगाल मनाई जाती है। साथ ही आज प्रदोष व्रत भी है और रवि योग भी बन रहा है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 09 मई 2025

  • तिथि - वैशाख शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि  
  • नक्षत्र - हस्त 
  • दिन/वार - शुक्रवार
  • योग - वज्र
  • करण - बालव और कौलव 

वैशाख शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि प्रारंभ -  08 मई दोपहर 12:29 बजे 

वैशाख शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि समाप्त - 09 मई दोपहर 02:56 बजे 


सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - मेष राशि में रहेंगे। 
  • चंद्र - चंद्रमा कन्या राशि रहेंगे।  


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय - सुबह 5 बजकर 34 मिनट पर 
  • सूर्यास्त - शाम 7 बजकर 01 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय - शाम 4 बजकर 14 मिनट पर 
  • चन्द्रास्त -  0 मई को रात्रि 03 बजकर 57 मिनट पर 


आज का शुभ मुहूर्त और योग 09 मई 2025

  • रवि योग - 10 मई रात्रि 12:09 बजे से 10 मई प्रात:काल 05:33 बजे तक। 
  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:10 बजे से सुबह 04:52 बजे तक।
  • अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक।
  • अमृत काल - शाम 05:23 बजे से शाम 07:11 बजे तक। 
  • विजय मुहूर्त - दोपहर 02:32 बजे से दोपहर 03:26 बजे तक। 
  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 07:00 बजे से शाम 07:21 बजे तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 07:01 बजे से रात्रि 08:05 बजे तक।


आज का अशुभ मुहूर्त 09 मई 2025

  • राहु काल - सुबह 10:37 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक। 
  • गुलिक काल - सुबह 07:15 बजे से सुबह 08:56 बजे तक। 
  • यमगंड - दोपहर 03:40 बजे से शाम 05:20 बजे तक। 
  • दिशाशूल - पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • वर्ज्य - सुबह 06:34 बजे से सुबह 08:22 बजे तक। 


09 मई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • शुक्रवार का व्रत - आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है। 
  • मोहिनी एकादशी का पारण - एकादशी व्रत को समाप्त करने को पारण कहते हैं, जो एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है। पारण का समय बहुत महत्वपूर्ण है और इसे द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना आवश्यक है। यदि द्वादशी तिथि सूर्योदय से पहले समाप्त हो गई हो तो पारण सूर्योदय के बाद ही किया जाता है। द्वादशी तिथि के भीतर पारण न करने को पाप करने के समान माना जाता है, इसलिए पारण का समय ध्यान से निर्धारित करना चाहिए।
  • प्रदोष व्रत - प्रदोष व्रत भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है, जो चन्द्र मास की दोनों त्रयोदशी के दिन किया जाता है - एक शुक्ल पक्ष में और दूसरा कृष्ण पक्ष में। प्रदोष व्रत का दिन त्रयोदशी तिथि और प्रदोष काल के संयोग पर निर्भर करता है, जो सूर्यास्त से शुरू होता है। जब त्रयोदशी तिथि और प्रदोष काल साथ-साथ होते हैं, तो यह शिव पूजा के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। प्रदोष व्रत का दिन शहर की भौगोलिक स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकता है, इसलिए शहर के अनुसार प्रदोष व्रत की तालिका तैयार करना आवश्यक है। इस व्रत के दौरान भगवान शिव की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति आती है।
  • टैगोर जयंती - रबीन्द्रनाथ टैगोर एक महान बंगाली बहुज्ञ व्यक्ति थे। जिन्होंने बंगाली साहित्य, संगीत और भारतीय कला को आधुनिकता के साथ जोड़कर पुनर्जीवित किया। उनका जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता में हुआ था, जिसे बंगाली कैलेंडर के अनुसार वैशाख माह के 25वें दिन के रूप में मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल में उनकी जयंती बंगाली कैलेंडर के अनुसार मनाई जाती है, जबकि अन्य राज्यों में इसे 7 मई को ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है। कोलकाता में इसे पोन्चीश बोइशाख के रूप में मनाया जाता है। 


आज का उपाय 09 मई  2025

09 मई को वज्र योग बन रहा है। वज्र की पहली 3 घटी को सभी अच्छे कार्यों के लिये अशुभ माना जाता है। इसीलिये प्रारम्भ की 3 घटी अच्छे मुहूर्त में वर्जित हैं। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। 

  • शुक्रवार के उपाय - शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित है। इस दिन कुछ उपाय करके आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं। शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सफेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनें। इसके बाद देवी लक्ष्मी की पूजा करें। उन्हें कमल के फूल, सफेद चंदन और मिठाई अर्पित करें। शुक्रवार के दिन गरीबों को सफेद वस्त्र और दूध दान करना भी लाभदायक होता है। इसके अलावा शुक्र ग्रह की शांति के लिए शुक्रवार के दिन व्रत रखें और शुक्र ग्रह के मंत्र "ॐ शुक्राय नमः" का जाप करें। इन उपायों को करने से आपको जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है।
  • प्रदोष व्रत के उपाय - प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। प्रदोष काल में भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा और भांग अर्पित करना शुभ माना जाता है। साथ ही भगवान शिव के मंत्रों का जाप करने और शिव स्तोत्र का पाठ करने से भी भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। प्रदोष व्रत के दिन गरीबों को दान देना और ब्राह्मणों को भोजन कराना भी शुभ माना जाता है। इससे भगवान शिव की कृपा से जीवन में सभी समस्याएं दूर होती हैं। साथ ही जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।


09 मई 2025 आज के पंचांग का महत्व

आज हस्त नक्षत्र है। हस्त को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से माता लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। आज मोहिनी एकादशी का पारण किया जाएगा। इसके अलावा आज टैगोर जयंती है, जो बंगाल मनाई जाती है। साथ ही आज प्रदोष व्रत भी है और रवि योग भी बन रहा है। 


........................................................................................................
शेरावाली की नज़र जिसपे पड़ने लगी (Sherawali Ki Nazar Jispe Padne Lagi)

शेरावाली की नज़र जिसपे पड़ने लगी,
जिसपे पड़ने लगी,

शेरावाली माँ, आए तेरे नवराते (Sherawali Ma Aaye Tere Navraate)

शेरावाली माँ,
आए तेरे नवराते,

शेरावाली की जय बोलो (Sherowali Ki Jai Bolo)

मेरी मैया शेरोवाली है,
करे भक्तो की रखवाली है,

क्षिप्रा के तट बैठे है, मेरे भोले भंडारी (Shipra Ke Tat Baithe Hai Mere Bhole Bhandari)

क्षिप्रा के तट बैठे है,
मेरे भोले भंडारी,

यह भी जाने
HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang