Aaj Ka Panchang 3 June 2025: आज 3 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 23वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि अष्टमी है। आज मंगलवार का दिन है। इस तिथि पर हर्षण और वज्र योग रहेगा। सूर्य और चंद्र देव वृषभ राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज मंगलवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:52 ए एम से 12:47 पी एम तक रहेगा। इस दिन राहुकाल 03:48 पी एम से 05:32 पी एम तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप मंगलवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान हनुमान जी को समर्पित होता है। आज धूमावती जयंती और मासिक दुर्गाष्टमी भी है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि प्रारंभ - 2 जून 08:34 पी एम से
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि समाप्त - 09:56 पी एम तक
मंगलवार के उपाय - मंगलवार के दिन भगवान हनुमान को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर हनुमान मंदिर में जाकर भगवान हनुमान की पूजा करें। उन्हें लाल सिंदूर और चमेली के फूल चढ़ाएं। इसके अलावा आप हनुमान चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं। मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से शक्ति और साहस में वृद्धि होती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
धूमावती जयंती माता धूमावती का प्राकट्य दिवस है, जो दस महाविद्याओं में से एक हैं और विशेष रूप से तांत्रिक साधना में पूजनीय मानी जाती हैं। जब देवी धूमावती के उग्र रूप की आराधना से जीवन की रुकावटें, दरिद्रता, भय और शत्रु बाधाएं दूर होती हैं। वे विधवा स्वरूप में ज्ञान, वैराग्य और अंतर्ज्ञान की प्रतीक हैं। इस दिन साधक तंत्र-साधना, उपासना और विशेष मंत्रों द्वारा देवी का आह्वान करते हैं, जिससे असाध्य कार्य सिद्ध होते हैं और अदृश्य शक्तियों से रक्षा मिलती है।
मासिक दुर्गाष्टमी या मासिक दुर्गा अष्टमी हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को आती है और यह देवी दुर्गा की आराधना का मासिक पर्व है। यह दिन विशेष रूप से शक्ति, साहस और मनोकामना पूर्ति के लिए उपयुक्त माना जाता है। इस दिन उपवास, दुर्गा सप्तशती पाठ, दुर्गा चालीसा का पाठ, और कन्या पूजन करने से घर में सुख-शांति, समृद्धि और नकारात्मकता का नाश होता है। मासिक दुर्गाष्टमी उन भक्तों के लिए विशेष फलदायक होती है जो नियमित रूप से देवी की कृपा चाहते हैं और अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखना चाहते हैं।
सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु ।
हिंदू धर्म में जब भी भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं, तो उनके वाहन नंदी की भी विशेष रूप से की जाती है। नंदी को कैलाश का द्वारपाल कहते हैं।
कामधेनु एक दिव्य गाय है, जिसे सभी इच्छाओं को पूर्ण करने वाली माना जाता है। समुद्र मंथन के दौरान निकले चौदह रत्नों में से एक, कामधेनु को देवताओं और दानवों दोनों ने ही पाने की इच्छा रखी थी।
वेंकटेश्वर भगवान को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। तिरुमाला के वेंकटेश्वर मंदिर में उनकी मूर्ति स्थापित है, जो विश्व के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।