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16 April 2025 Panchang (16 अप्रैल 2025 का पंचांग)

16 April 2025 Panchang (16 अप्रैल 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 16 अप्रैल 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 16 April 2025: आज 16 अप्रैल 2025 वैशाख माह का चौथा दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष तिथि तृतीया है। आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर व्यतीपात योग रहेगा। वहीं चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज बुधवार के दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है। इस दिन राहुकाल दोपहर 12 बजकर 21 मिनट से दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो गणेश जी को समर्पित होता है। साथ ही आज विकट संकष्टी चतुर्थी भी है। आज का दिन बेहद खास है, क्योंकि आज बुधवार और विकट संकष्टी चतुर्थी एक साथ है। इसी के साथ आज पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रहेगा। कुछ समय के लिए भद्रा का साया भी रहेगा। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 16 अप्रैल 2025

  • तिथि- वैशाख कृष्ण पक्ष तृतीया तिथि 
  • नक्षत्र - अनुराधा
  • दिन/वार- बुधवार
  • योग- व्यतीपात
  • करण- विष्टि और बव 

वैशाख कृष्ण पक्ष तृतीया तिथि प्रारंभ- 15 अप्रैल सुबह 10:55 बजे 

वैशाख कृष्ण पक्ष तृतीया तिथि समाप्त- 16 अप्रैल दोपहर 01:16 बजे 


सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य- मेष राशि में रहेंगे। 
  • चंद्र- चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे। 


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय- सुबह 5 बजकर 55 मिनट पर 
  • सूर्यास्त-  शाम 6 बजकर 48 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय- 16 अप्रैल रात्रि 10 बजे
  • चन्द्रास्त- 17 अप्रैल सुबह 07 बजकर 31 मिनट पर 


आज का शुभ मुहूर्त और योग 16 अप्रैल 2025

  • सर्वार्थ सिद्धि योग - पूरे दिन 
  • अमृत सिद्धि योग - पूरे दिन 
  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:26 बजे से सुबह 05:10 बजे तक।
  • अभिजीत मुहूर्त - नहीं है।
  • अमृत काल -  शाम 06:20 बजे से रात्रि 08:06 बजे तक 
  • विजय मुहूर्त -  दोपहर 02:30 बजे से दोपहर 03:21 बजे तक।
  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 06:46 बजे से शाम 07:09 बजे तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 06:48 बजे से शाम 07:54 बजे तक।


आज का अशुभ मुहूर्त 16 अप्रैल 2025

  • राहु काल - दोपहर 12:21 बजे से दोपहर 01:58 बजे तक। 
  • गुलिक काल - सुबह 10:44 बजे से दोपहर 12:21 बजे तक।
  • यमगंड - सुबह 07:31 बजे से सुबह 09:08 बजे तक।
  • दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • दुर्मुहूर्त -  सुबह 11:55 बजे से दोपहर 12:47 बजे तक। 
  • विडाल योग - पूरे दिन 
  • भद्रा - प्रात:काल 05:55 बजे से दोपहर 01:16 बजे तक। 


16 अप्रैल 2025 पर्व/त्योहार/व्रत


  • बुधवार- आज आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित है। 
  • विकट संकष्टी चतुर्थी- विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत हर साल वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है, जो भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन विधि-विधान से पूजा और व्रत करने से भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस व्रत में चतुर्थी तिथि में चंद्रमा की पूजा और अर्घ्य का महत्व होता है, जिससे मानसिक शांति, कार्यों में सफलता और प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।


आज का उपाय 16 अप्रैल 2025

16 अप्रैल को व्यतीपात योग बन रहा है। व्यतीपात की सम्पूर्ण अवधि को सभी अच्छे कार्यों के लिये अशुभ माना जाता है। इसीलिये यह अच्छे मुहूर्त में वर्जित है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। 

  • बुधवार के उपाय- बुधवार के दिन भगवान गणेश और भगवान बुध को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर गणेश मंदिर में जाकर भगवान गणेश की पूजा करें। उन्हें हरी मूंग और दूर्वा चढ़ाएं। इसके अलावा, आप गणेश मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। बुधवार के दिन गणेश और बुध की पूजा करने से बुद्धि और विद्या में वृद्धि होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
  • विकट संकष्टी चतुर्थी के उपाय- विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इन उपायों में से एक है भगवान गणेश की मूर्ति को दूर्वा चढ़ाना, जो उनकी सबसे प्रिय चीज है। इसके अलावा भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाना भी शुभ माना जाता है। विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि की प्राप्ति होती है।


16 अप्रैल 2025 आज के पंचांग का महत्व

आज अनुराधा नक्षत्र है। अनुराधा को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से आप भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं। आज विकट संकष्टी चतुर्थी के साथ अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहे हैं। 


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यशोदा जयंती क्यों मनाते हैं?

यशोदा जयंती भगवान कृष्ण के मंदिरों के साथ ही दुनियाभर में फैले इस्कॉन में भी काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस पर्व को गोकुल में भी धूमधाम से मनाया जाता है।

धनतेरस पूजा विधि

धनतेरस का नाम धन और तेरस ये दो शब्दों से बना है जिसमें धन का मतलब संपत्ति और समृद्धि है और तेरस का अर्थ है पंचांग की तेरहवीं तिथि। यह त्योहार खुशहाली, सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

रक्षाबंधन क्यों मनाते हैं

रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। यह पर्व प्रतिवर्ष सावन माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन बहनें पूजा करके अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी सफलता एवं दीर्घायु की कामना करती हैं।

दिवाली पूजन कथा

सनातन धर्म में दिवाली का पर्व विशेष महत्व रखता है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।

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