मई का महीना गर्मी की शुरुआत का प्रतीक है, जब प्रकृति अपने नए रूप में खिल उठती है। यह वह समय होता है जब जीवन में नए अवसर आते हैं और भविष्य की योजनाएं बनाई जाती हैं। अगर आप भी अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं, तो मई 2025 आपके लिए एक शुभ महीना हो सकता है। ज्योतिष के अनुसार, मई में कई शुभ मुहूर्त आते हैं जो विवाह के लिए अत्यंत अनुकूल होते हैं। मई का महीना मांगलिक कार्यों के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इस महीने में कई महत्वपूर्ण तिथियां और मुहूर्त होते हैं, जो विवाह के लिए उपयुक्त होते हैं। पंचांग के अनुसार, मई 2025 में शादी के 15 शुभ मुहूर्त हैं।
अगर आप मई 2025 में शादी करने की योजना बना रहे हैं, तो यहां कुछ शुभ मुहूर्त हैं जो आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं:
1. 1 मई 2025, बृहस्पतिवार
- समय: सुबह 11:23 बजे से दोपहर 02:21 बजे तक
- नक्षत्र: मॄगशिरा
2. 5 मई 2025, सोमवार
- समय: रात 08:29 बजे से 6 मई 2025, सुबह 05:36 बजे तक
- नक्षत्र: मघा
3. 6 मई 2025, मंगलवार
- समय: सुबह 05:36 बजे से दोपहर 03:52 बजे तक
- नक्षत्र: मघा, दशमी
4. 8 मई 2025, बृहस्पतिवार
- समय: दोपहर 12:29 बजे से 9 मई 2025, रात 01:57 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी, हस्त
5. 10 मई 2025, शनिवार
- समय: रात 03:15 बजे से 11 मई 2025, सुबह 04:01 बजे तक
- नक्षत्र: स्वाती, चित्रा
6. 14 मई 2025, बुधवार
- समय: सुबह 06:34 बजे से सुबह 11:47 बजे तक
- नक्षत्र: अनुराधा
7. 15 मई 2025, बृहस्पतिवार
- समय: सुबह 04:02 बजे से 16 मई 2025, सुबह 05:30 बजे तक
- नक्षत्र: मूल
8. 16 मई 2025, शुक्रवार
- समय: सुबह 05:30 बजे से शाम 04:07 बजे तक
- नक्षत्र: मूल
9. 17 मई 2025, शनिवार
- समय: शाम 05:44 बजे से 18 मई 2025, सुबह 05:29 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तराषाढा
10. 18 मई 2025, रविवार
- समय: सुबह 05:29 बजे से शाम 06:52 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तराषाढा
11. 22 मई 2025, बृहस्पतिवार
- समय: रात 01:12 बजे से 23 मई 2025, सुबह 05:26 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद
12. 23 मई 2025, शुक्रवार
- समय: सुबह 05:26 बजे से 24 मई 2025, सुबह 05:26 बजे तक
- नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद, रेवती
13. 24 मई 2025, शनिवार
- समय: सुबह 05:26 बजे से सुबह 08:22 बजे तक
- नक्षत्र: रेवती
14. 27 मई 2025, मंगलवार
- समय: शाम 06:45 बजे से 28 मई 2025, रात 02:50 बजे तक
- नक्षत्र: रोहिणी
15. 28 मई 2025, बुधवार
- समय: सुबह 05:25 बजे से शाम 07:09 बजे तक
- नक्षत्र: मॄगशिरा
मई माह में शादी करने का धार्मिक और ज्योतिष महत्व बहुत अधिक है। इस महीने में कई शुभ मुहूर्त होते हैं जो विवाह के लिए अत्यंत अनुकूल होते हैं।
मई माह में शादी करने से वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। इस महीने में विवाह करने से दांपत्य जीवन में प्रेम और समझ बढ़ती है। साथ ही पति-पत्नी के बीच सामंजस्य बना रहता है।
ज्योतिष के अनुसार, मई माह में कई ग्रहों की स्थिति विवाह के लिए अनुकूल होती है। इस महीने में विवाह करने से वैवाहिक जीवन में स्थिरता और सफलता मिलती है। मई माह में विवाह करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम और विश्वास बढ़ता है और उनका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।
नवरात्रि के नौवें दिन को महानवमी कहा जाता है। इस सभी प्रकार की सिद्धियों की दात्री, मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन माता के भक्त विशेष पूजा विधि के साथ मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। साथ ही इस दिन कन्या पूजन और हवन का भी विशेष आयोजन होता है। इस माध्यम से भक्त अपने जीवन में सफलता, शांति, और समृद्धि की कामना और प्राप्ति करते हैं।
माता के सप्तम स्वरूप के रूप में मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इनकी पूजा से शक्ति की प्राप्ति होती है। माता के कालरात्रि पूजा की नवरात्रि की सप्तमी तिथि को की जाती है, इस दिन घरों में अपने अपने कुल देवी-देवता की पूजन होती है और साथ ही ये दिन सप्त मातृकाओं की पूजा का भी है।
भारतीय परंपरा में विजयादशमी भगवान श्रीराम की लंका अधिपति रावण के ऊपर विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाने वाला उत्सव है।
नवरात्रि मतलब देवी आराधना के नौ पवित्र दिन। इन नौ दिनों तक भक्त मैया की आराधना करते हैं और आखिरी में मैय्या रानी की प्रतिमा का विसर्जन करते हैं।