Logo

19 May 2025 Panchang (19 मई 2025 का पंचांग)

19 May 2025 Panchang (19 मई 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 19 मई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 19 May 2025: आज 19 मई 2025 को ज्येष्ठ माह का छठा दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष तिथि षष्ठी है। आज सोमवार का दिन है। इस तिथि पर शुक्ल योग रहेगा। सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा मकर राशि करेंगे। आपको बता दें, आज सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 07 बजकर 11 मिनट से सुबह 08 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित होता है। आज कोई खास त्योहार नहीं है, लेकिन आज सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का संयोग है। साथ ही आज भद्रा का साया भी रहेगा। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 


आज का पंचांग 19 मई 2025

  • तिथि - ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि  
  • नक्षत्र - श्रवण
  • दिन/वार - सोमवार
  • योग - शुक्ल
  • करण - वणिज और विष्टि  

ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि प्रारंभ- 18 मई प्रात:काल 05:57 बजे

ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि समाप्त-  19 मई सुबह 06:11 बजे


सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य - सूर्य देव वृषभ राशि में रहेंगे।  
  • चंद्र - चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे।  


सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय- सुबह 5 बजकर 28 मिनट पर 
  • सूर्यास्त-  शाम 7 बजकर 07 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय- 20 मई रात्रि 12 बजकर 45 मिनट पर 
  • चन्द्रास्त- 20 मई सुबह 10 बजकर 51 मिनट पर   


आज का शुभ मुहूर्त और योग 19 मई 2025

  • सर्वार्थ सिद्धि योग - प्रात:काल 05:28 बजे से शाम 07:29 बजे तक।
  • रवि योग - प्रात:काल 05:28 बजे से शाम 07:29 बजे तक।
  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:05 बजे से सुबह 04:47 बजे तक।
  • अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11:50 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक। 
  • अमृत काल - सुबह 08:49 बजे से सुबह 10:28 बजे तक।  
  • विजय मुहूर्त -  दोपहर 02:34 बजे से दोपहर 03:29 बजे तक। 
  • गोधूलि मुहूर्त  - शाम 07:06 बजे से शाम 07:27 बजे तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 07:07 बजे से रात्रि 08:09 बजे तक।


आज का अशुभ मुहूर्त 19 मई 2025

  • राहु काल - सुबह 07:11 बजे से सुबह 08:53 बजे तक। 
  • गुलिक काल - दोपहर 02:00 बजे से दोपहर 03:43 बजे तक।  
  • यमगंड -  सुबह 10:35 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक। 
  • दिशाशूल - पूर्व, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • वर्ज्य - रात्रि 11:30 बजे से 20 मई रात्रि 01:06 बजे तक।
  • आडल योग - प्रात:काल 05:28 बजे से शाम 07:29 बजे तक।
  • भद्रा - सुबह 06:11 बजे से शाम 06:05 बजे तक। 


19 मई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • सोमवार का व्रत - आज आप सोमवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान शिव को समर्पित है। 


आज का उपाय 19 मई  2025

19 मई को शुक्ल योग बन रहा है। शुक्ल को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। 

सोमवार के उपाय - सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इस दिन भगवान शिव को जल चढ़ाने, बेलपत्र, धतूरा और फूल चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। सोमवार के दिन भगवान शिव के मंत्र "ऊं नमः शिवाय" का जप करने से भी विशेष लाभ मिलता है। इसके अलावा सोमवार के दिन सफेद वस्त्र और चावल का दान करने से भी पुण्य मिलता है। इन उपायों को करने से भगवान शिव की कृपा से जीवन में सुख-शांति और सफलता मिलती है और चंद्रमा के नकारात्मक प्रभावों से भी मुक्ति मिलती है।


19 मई 2025 आज के पंचांग का महत्व

आज श्रवण नक्षत्र है। श्रवण को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही ज्येष्ठ मास की शुरूआत हो चुकी है। इस माह में सूर्य देव और वरुण देव की आराधना करने से विशेष शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस माह में जल के दान का महत्व बहुत बड़ा माना जाता है, इसलिए प्यासे लोगों और जानवरों को पानी पिलाना चाहिए। वार के हिसाब से आज आप भगवान शिव की विधिवत पूजन करे। इसके अलावा आज कोई खास त्योहार नहीं है, लेकिन आज सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का संयोग है। 

........................................................................................................
कालाष्टमी व्रत के उपाय

माघ माह की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन से होती है। इस महीने पड़ने वाली कालाष्टमी पर्व का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व है। इस दिन भगवान शिव के उग्र रूप, काल भैरव की पूजा होती है।

सकट चौथ व्रत कथा

सकट चौथ पर भगवान गणेश की पूजा के साथ-साथ व्रत कथा का पाठ करना भी अनिवार्य माना जाता है। ऐसा करने से व्रतधारी को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और उसके जीवन से सभी संकट दूर हो जाते हैं।

कालाष्टमी पूजा विधि

सनातन हिन्दू धर्म में कालाष्टमी का काफी महत्व होता है। कालाष्टमी भगवान काल भैरव को समर्पित होता है। इस दिन काल भैरव के पूजन से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। ये पर्व हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।

जनवरी में कब है संकष्टी चतुर्थी

सनातन हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का व्रत अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि साल की पहली संकष्टी चतुर्थी लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जानी जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से भगवान गणेश जी और सकट माता की पूजा-अर्चना के लिए प्रसिद्ध है।

यह भी जाने
HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang